" बेटियां " आशा की एक किरण
बालिका मुद्दों को पर आधारित पेंटिग्स प्रदर्शनी
"निराला आर्ट गैलेरी "इलाहाबाद विश्वविद्यालय
देश में लाखो बेटियां आज भी घरेलू काम -काज के कारण शिक्षा जैसी मूलभूत जरूरत से मरहूम हैं। स्कूलों में रुक नहीं पा रही और एक वक़्त ऐसा है की हमेशा के लिए शिक्षा से बाहर हो जाती है।
खुद की भागीदारी से बनी पेंटिंग्स को निहारती गावं की किशोरी बालिकाएं
बालिकाओ के विभिन्न मुद्दों से जुड़ी पेंटिंग्स
बिलखता बचपन
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रसिद्ध निराला आर्ट गैलेरी में प्रदर्शनी सभा में बेटियों का हौशला बढाती हुई डा0 निधि
आर्ट गैलरी में पेंटिग्स को देखतीं इलाहाबाद शहर की महपौर श्री मती अभिलाषा गुप्ता नंदी
बालिका मुद्दों को पर आधारित पेंटिग्स प्रदर्शनी
"निराला आर्ट गैलेरी "इलाहाबाद विश्वविद्यालय
देश में लाखो बेटियां आज भी घरेलू काम -काज के कारण शिक्षा जैसी मूलभूत जरूरत से मरहूम हैं। स्कूलों में रुक नहीं पा रही और एक वक़्त ऐसा है की हमेशा के लिए शिक्षा से बाहर हो जाती है।
खुद की भागीदारी से बनी पेंटिंग्स को निहारती गावं की किशोरी बालिकाएं
बालिकाओ के विभिन्न मुद्दों से जुड़ी पेंटिंग्स
बिलखता बचपन
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रसिद्ध निराला आर्ट गैलेरी में प्रदर्शनी सभा में बेटियों का हौशला बढाती हुई डा0 निधि
आर्ट गैलरी में पेंटिग्स को देखतीं इलाहाबाद शहर की महपौर श्री मती अभिलाषा गुप्ता नंदी
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